ज़र्रे ज़र्रे पर अपना नाम लिखने चले है ..!
ज़र्रे ज़र्रे पर अपना नाम लिखने चले है ..!
आज ख़्वाबों को हकीकत में बदलने चलें है..!!
अब हम इन मुश्किल रहो पर चले हे ..!
अब दुनिया में कुछ हासिल करने चले हे ..!!
राह कठिन हे मंज़िल दूर है .!
आज सारी दूरिया मिटाने चले है ..!!
कहते हे लोग ,दूर हे मंजिल ,हार जाओगे तुम भी ..!
आज हर हार को जीत में बदलने चले हे ..!!
बदलने को सारी में दुनिया बदल दूँ ..!
आज हवा का हर रुख बदलने चलें हे ..!!
आज तूफान में कश्ती लेकर चले है .!
आज साहिल पर दुनिया बसाने चले है ..!!
अपने ख्यालो में अपनी ही धुन में .!
में अपनी हस्ती बनाने चला हूँ..!
आज मेरी तरकश में तीर बहुत है.!
में अपनी मंज़िल को निशाना बनाने चला हूँ .!!
हाथों की टेडी लकीरो पर चलना है .!
आज अपने हाथों से किस्मत बदलना है ..!!
हाथों में शमा जलाकर चले है ..!
आज अंधेरो को रोशन करने हम चले है ..!!
सिफर से शिखर की ओर हम चले है..!
आज अपनी किस्मत आज़माने चले है..!!
Zarree zarree par apna naam, likhne chala hoon.!
Aaj khwabon ko hakikat main badalne chala hoon..!!
Ab mujhe in sitaron ki, duniya main chalna hai.!
Aaj duniya main kuch hasil, karne chala hoon..!!
Raah kathin hain, manzil door hai.!
Aaj sari dooriyan mitane chala hoon..!!
Log kehte hain koshish karne walon ki, kabhi haar nahi hoti.!
Aaj main har haar ko jeet main badalne chala hoon..!!
Badalne ko sari main ,duniya badal doon.!
Aaj hawa ka ye rukh badalne chala hoon..!!
Toofano mein kashti ,mein leke chala hoon.!
Sahil par duniya ,basane chala hoon..!!
Apne khayalon mein, apni hi dhun mein.!
Main apni hi hasti ,banane chala hoon..!!
Aaj meri tarkash main, teer bhut hai.!
Aaj apni hi manzil ko nishana ,banane chala hoon..!!
Hatho ki tari, lakiro par chalna hain.!
Aaj apne hatho se ,kismat badalna hai..!!
Hatho main shama jala kar chala hoon.!
Andhero ko roshan main karne chala hoon..!!
Shifar se shikhar ki or mian chala hoon.!
Aaj main apni hi qismat azmane chala hoon..!!